डेरेक महोन की कविताएँ ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद : रीनू तलवाड़

डेरेक महोन │ तस्वीर सौजन्य : rte

नदियों के बारे में हेराक्लाइटस

कोई भी एक ही नदी में दो बार नहीं उतरता
वह नदी कभी वही नहीं रहती
क्योंकि बहाव का स्वभाव ही वैसा है।
इसी तरह जैसे तुम्हारी बदलती रस-प्रक्रिया
का मतलब है कि तुम अब तुम नहीं रहे।
कोशिकाएँ मर जाती हैं, और ग्रहों की
ठीक वही दशा जो तब थी जब उसने तुमसे
कहा था कि वह तुमसे प्रेम करती है
वह इस जन्म में फिर कभी न होगी।

तुम कहोगे मुझसे कि तुमने बनवाई है
काँसे से अधिक स्थायी एक इमारत;
पर काँसा भी मिट जाने वाला है।
तुम्हारी श्रेष्ठतम कविता,
तुम जानते हो मैं जिसकी बात कर रहा हूँ,
वह भाषा जिसमें कविता
लिखी गई थी, और भाषा का विचार,
ये सारी चीज़ें समय के साथ गुज़र जाएँगी।

Derek Mahon from Selected Poems, Penguin, 2000

सब ठीक हो जाएगा

कैसे न मैं ख़ुश होऊँ
देखते हुए
छँटना बादलों का
शयनागार की खिड़की के पार
साथ ही छत पर उभरे ज्वार के प्रतिबिंब

मृत्यु तो होगी ही, मृत्यु तो होगी ही,
मगर यह सोचने की अभी आवश्यकता नहीं।
कविताएँ हाथ से बिन बुलाए बहती हैं
और सजग हृदय उनका अदृश्य उद्गम है।

सब कुछ के बावजूद सूरज निकलता है
और दूर बसे शहर सुंदर और चमकते लगते हैं।
मैं यहाँ धूप की धूम में लेटा
देख रहा हूँ फूटते दिन और उड़ते बादलों को

सब ठीक हो जाएगा।

Poetry Book society

डेरेक महोन (1941-2020) आयरिश कवि हैं। उनका जन्म उत्तरी आयरलैंड के बेलफ़ास्ट में हुआ। गत 1 अक्टूबर को 78 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। कोरोना संक्रमण के फैलने के शुरुआती दिनों में उनकी कविता ‘सब ठीक हो जाएगा’ बहुत लोकप्रिय हुई थी। रीनू तलवाड़ से परिचय के लिए यहाँ देखें : दर्पण की तरह यह धरती तुम्हें भीतर ले जाती है

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