फ़रीबा शाद्लू की कविताएँ :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : जितेंद्र कुमार त्रिपाठी
Posts tagged विश्व कविता
मेरे प्रभु, मैं खो चुका हूँ अपना आकार
हाइरिल अनवर की कविताएँ :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : जितेंद्र कुमार त्रिपाठी
मैं यहाँ खड़ा हूँ, क्या तुम समझते हो
ऊलाव हाउगे की कविता :: अनुवाद : रुस्तम सिंह
रोम के लिए मृत्युलेख
मिकोआई सेंप षजिंस्कि की कविता :: अनुवाद : सरिता शर्मा
शराबियों के हवाले से
यान कोहनोस्कि की कविताएँ :: अनुवाद : आदर्श भूषण
ऐ मेरे दुख से खेलने वाले
मुनीर रईसानी की नज़्म :: लिप्यंतरण : नईम सरमद